लब पर आए गीत सुहाने,
माने ना जियरा लाख बहाने,
याद तिहारी आई सताने,
मन लागे रे पछताने हो..
मोरे सइयाँ, मैं लागू तोरे पईयाँ,
बलमवा ना जाओ परदेश..
सजनाजी करूँ मैं कैसे राज़ी,
पियाजी लागे जिया को ठेस..
ओ मन की पीड़ा कोई न जाने
मन ये जाने, मैं जानू न जाने
बैर ये दुनिया लड़ पछताऊँ, समझ न पाऊँ
रूठे पिया को कैसे मनाऊँ..
भेद जिया के किस को दिखाऊँ,
किस को बताऊँ कलेश हो..
कनहाई न छोड़ रे कलाई, दुहाई भुल न जा दरवेज
मोरे सइयाँ मैं लागू तोरे पइयाँ, बलमवा ना जा ओ परदेश
लागे जिया को ठेस.. लागे जिया को ठेस,
लागे जिया को ठेस.. लागे जिया को ठेस..
लागे जिया को ठेस…
लागे जिया को, लागे जिया को, लागे जिया को ठेस..
लागे जिया को ठेस..
Genre: | Classical |
TV Show: | Bandish Bandits |
Song Title: | Lab Par Aaye |
Singer: | Javed Ali |
Music: | Shankar Ehsaan Loy |
Lyrics: | Sameer Samant |